Rumored Buzz on कम लागत माइनिंग होस्टिंग
Rumored Buzz on कम लागत माइनिंग होस्टिंग
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क्लाउड माइनिंग की मुख्य विशेषताएं क्या हैं?
सबसे पहली बात जो आप नोटिस करेंगे, वो यहां का शोर होगा. यहां हज़ारों की संख्या में कम्प्यूटर्स देखे जा सकते हैं और ये आवाज़ दरअसल, उनमें लगे फुल स्पीड में चल रहे छोटे पंखों से आ रही है.
क्लाउड माइनिंग के कुछ नुकसान इस प्रकार हैं:
कम आय - क्लाउड माइनिंग में होस्टिंग कंपनी से माइनिंग सेवा किराए पर लेना शामिल है। इसलिए, कंपनी आपके राजस्व का कुछ हिस्सा किराए के शुल्क के रूप में रखेगी। इसके अलावा, जब बाजार में तेजी हो तो माइनिंग की तुलना में क्रिप्टो खरीदना अधिक लाभदायक होता है।
एक मज़बूत नियामक ढांचे के साथ क्रिप्टोकरेंसी लॉन्च करने से इसका उचित उपयोग सुनिश्चित हो सकता है, धोखाधड़ी और अवैध गतिविधियों को रोका जा सकता है और उपभोक्ता संरक्षण में वृद्धि हो सकती है। दूसरी ओर क्रिप्टोकरेंसी का पूर्ण प्रतिबंध नवाचार को बाधित कर सकता है और समाज को इसके संभावित लाभों को सीमित कर सकता है।
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इसके मुताबिक़ बिटकॉइन की माइनिंग में यूक्रेन या नॉर्वे की कुल बिजली खपत से ज़्यादा बिजली खर्च होती है.
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क्लाउड माइनिंग कंपनियां आपकी सेवाओं से कैसे लाभ कमाती हैं?
उद्यान विभाग के सहायक संचालक जयपाल सिंह मराबी ने बताया कि सरगुजा की जलवायु फूल सहित कई प्रकार के फलों की खेती के लिए भी अनुकूल है, इसलिए यहां हम लोग, फूल और फल की खेती को बढ़ावा दे रहे हैं.
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यह क्लाउड माइनिंग मॉडल का अधिक सामान्य प्रकार है। खननकर्ताओं को खनन के लिए माइनिंग रिग खरीदना या पट्टे कास्पा माइनिंग पर लेना पड़ता है। फिर माइनर सेटअप और रखरखाव के लिए भुगतान करता है। होस्ट माइनिंग बिजली तक पहुँच से जुड़ी ओवरहेड लागत को कम करता है। साथ ही, यह मॉडल माइनर्स को रिग पर अधिक नियंत्रण देता है जिससे उत्पन्न हैशिंग पावर को माइनिंग पूल में पुनर्निर्देशित करने की अनुमति मिलती है।
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले उससे जुड़ी कुछ अहम बातों को जान लेना और समझना बेहद जरूरी है.
आज की तारीख़ में मध्य एशिया का ये देश क्रिप्टो माइनिंग के मामले में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है लेकिन बेहसाब बिजली खपत करने वाले इस इंडस्ट्री के डेटा सेंटर्स कज़ाख़स्तान में कोयले से चलने वाले पावर प्लांट्स पर दबाव बढ़ा रहे हैं.